गिलोय – Giloye ke kya laab hote hai
हेल्लो दोस्तों आज हम आपको बताएंगे Giloye ke kya laab hote hai. गिलोय आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण और सर्वश्रेष्ठ ओषधि है। इसका प्रयोग करने से हमे बहुत लाभ मिलते है। कोई पौधा या पेड़ नहीं है बल्कि ये एक लम्बी बेल होती है। और ये काफी सालों तक बनी रहती है। जो एक वृक्ष के सहारे बढ़ती है। जो गिलोय नीम के वृक्ष के सहारे चलतीभुने है उसे हम नीम गिलोय कहते है। जो नीम गिलोय होती है वो सबसे श्रेष्ठ मानी जाती है। नीम गिलोय के पत्ते दिल के आकार के होते है और लम्बे होते है। इसके पत्ते पिले रन के और झुंड के रूप में होते है। और इसके फल भी लाल रंग के गुच्छे में होते है। इसकी जड़ और कांड को प्रयोग में लाया जाता है।
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गिलोय के गुण – Giloye ke kya laab hote hai
गिलोय में बहुत से गुण होते है गिलोय कसाय रस युक्त ,विपाक रस युक्त, वीर्य वृद्धि , जठराग्नि की समस्या और वात ,पित्त और कफ को खत्म करता है। खासी ,कामला ,अनीमिया, वाट ,कुष्ठ की भी समस्याओं को दूर करता है।
गिलोय का प्रयोग कैसे करे – Giloye ke kya laab hote hai – video tutorial for you
किसी भी बीमारी में कोई भी दवा लेने से पहले हमें यह जान लेना चाहिए कि इसके क्या फायदे होंगे और क्या नुकसान होंगे तो इसलिए यह जानना जरूरी है कि हमें गिलोय कब खाना चाहिए। और किस उम्र में खाना चाहिए और किस उम्र में नहीं खाना चाहिए। गिलोय एक यंग मनुष्य को खाना चाहिए और 5 वर्ष से कम बच्चों को यह नहीं खाना चाहिए।
हमें यह भी जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि किस बीमारी में कौन सी दवा किस तरीके से लेनी है हमें यह जानकारी जरूर होनी चाहिए। यदि हमें बुखार है तो गिलोय का सेवन कैसे करना चाहिए यदि हमें बुखार है तो गिलोय का सेवन पाउडर के रूप में या फिर उसका रस निकालकर करना चाहिए। गिलोय के पत्तों का पाउडर भी बनाया जा सकता है और बाजार में गिलोय की गोलियां भी आजकल मौजूद है
गिलोय के लाभ – Giloye ke laab
आँखों के लिए गिलोय – Giloye ke kya laab hote hai
गिलोय का प्रयोग करने से आंखों के रोगों में बहुत लाभ मिलता है गिलोय के रस में शहद और सेंधानामक मिला कर पीस लेने चाहिए। इसको आंखों में काजल की तरह प्रयोग करना चाहिए काला और सफ़ेद मोतिया बिंद और भी बहुत सारे रोग दूर हो जाते हैं। hai
खांसी ठीक करने के लिए गिलोय का प्रयोग – Giloye ke kya laab hote hai
चाहे कितनी भी पुराणी खांसी क्यों न हो यदि अगर हम नियमित रूप से गिलोय का प्रयोग करते है तो खांसी को ठीक किया जा सकता है। दिन में 3 -4 बार 2-2 चम्मच गिलोय का रस लेने से काफी रहत मिलती है। जब तक खांसी ठीक न हो तब तक इसका प्रयोग करते रहे।
पाचन तंत्र ठीक करने के लिए गिलोय का प्रयोग – Pachabtanter thk krne ke lliye giloye ka pryog
यदि किसी को पाचन से समबन्दित समस्या हो तो गिलोय के चूरन का प्रयोग कर सकते है या गिलोय के रस का प्रयोग निमियत रूप से कर सकते है ऐसे करने से पाचन तंत्र को बहुत लाभ मिलता है।
बवासीर में गिलोय के लाभ – Giloye ke kya laab hote hai
शरीर की बहुत बीमारियों को दूर करने के साथ साथ गिलोय बवासीर में भी बहुत लाभदायक है। एक रिसर्च में पता चला है की गिलोय में बवासीर को दूर करने के गन पाए गए है। गिलोय के अंदर एंटी इन्फ्लामेट्री और एंटी आक्सीडेंट गुण होते है जो की बवासीर में लाभकारी है।
गिलोय का इस्तेमाल करने से इम्युनिटी बढ़ती है – Giloye ke kya laab hote hai
कई बीमारियों के कारण कुछ लोगो की इम्युनिटी पावर कमजोर हो जाती है और उन लोगो को छोटी छोटी बीमारियां ऐसे ही घेर लेती है। जैसे सर्दी जुकाम आदि। परन्तु यदि प्रतिदिन गिलोय का इस्तेमाल किया जाये तो इम्युनिटी पावर को बढ़ाया जा सकता है।
गिलोय के प्रयोग से गठिया रोगो में लाभ – Giloye ke kya laab hote hai
यदि आप गठिया रोगो से पीड़ित है तो आपको गिलोय का प्रयोग करना चाहिए। गिलोय गठिया रोग होने के कारण आई सूजन को कम करता है गठिया के कारण जैसे जोड़ों में दर्द आदि जैसी समस्याओं का इलाज गिलोय के अंदर है। गोट घटिया रोग में भी गिलोय का इस्तेमाल किया जा सकता हैऔर गिलोयरोमांटिक घटियाका इलाज करने के लिए भी कारगर साबित हुआ है और गिलोय को अदरक के साथ प्रयोग किया जा सकता है।
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गिलोय के नुकसान – Giloye ke kya laab hote hai
यदि आपको गठिया की बीमारी है और आप दवाई ले रहे हैं तो इस स्थिति में गिलोय का प्रयोग आप डॉक्टर की सलाह से लें। गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गिलोय का प्रयोग डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए। गिलोय जड़ी बूटी कब्ज की समस्या पैदा कर सकती है और खून के अंदर शर्करा की समस्या को भी उत्पन्न कर सकती है।
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किसी भी चीज का अधिक प्रयोग हानिकारक हो सकता है जिन लोगों को शुगर की समस्या हैऔर वह दवाई ले रहे हैं तो इस अवस्था में उनको गिलोय का प्रयोग सावधानी से करना चाहिए क्योंकि गिलोय का प्रयोग करने से सुगर काफी कम हो सकती है। और इसके अलावा यह गरीब या गर्म तासीर का होता है पाचन शक्ति के लिए काफी अच्छा माना गया है अगर इसको ज्यादा मात्रा में लिया जाए तो यह पेट में जलन जैसी समस्याओं को उत्पन्न कर सकता है।